Shailputri Mata Ki Aarti | शैलपुत्री माता की आरती – नवरात्रि के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की पूजा की जाती है. प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की पूजा करने के पश्चात माँ शैलपुत्री की आरती करना अत्यंत ही शुभ फलदायक होता है.
चैत्र नवरात्रि हो या शारदीय नवरात्रि दोनों में ही नवरात्रि के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की ही पूजा की जाती है. माँ शैलपुत्री माँ दुर्गा का ही एक रूप है. माता की सच्चे ह्रदय से स्तुति करें.
शैलपुत्री माता की आरती
|| माँ शैलपुत्री की आरती ||
शैलपुत्री मां बैल असवार |
करें देवता जय जयकार ||
शिव शंकर की प्रिय भवानी |
तेरी महिमा किसी ने ना जानी ||
पार्वती तू उमा कहलावे |
जो तुझे सिमरे सो सुख पावे ||
ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू |
दया करे धनवान करे तू ||
सोमवार को शिव संग प्यारी |
आरती तेरी जिसने उतारी ||
उसकी सगरी आस पुजा दो |
सगरे दुख तकलीफ मिटा दो ||
घी का सुंदर दीप जला के |
गोला गरी का भोग लगा के ||
श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं |
प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं ||
जय गिरिराज किशोरी अंबे |
शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे ||
मनोकामना पूर्ण कर दो |
भक्त सदा सुख संपत्ति भर दो ||
Maa Shailputri Mantra – माँ शैलपुत्री मंत्र, स्तुति, स्तोत्र, प्रार्थना, कवच
विडियो
शैलपुत्री माता की आरती (Shailputri Mata Ki Aarti) यूट्यूब विडियो निचे दिया गया है. प्ले बटन दबाकर इस विडियो को देख सकतें हैं.
विडियो सोर्स – यूट्यूब
Shailputri Mata Ki Aarti
|| Maa Shailputri Ki Aarti ||
Shailputri Maa Bail Asvar.
Karen Devta Jay Jaykar.
Shiv Shankar Ki Priya Bhavani.
Teri Mahima Kisi Ne Na Jani.
Parvati Tu Uma Kahlaawe.
Jo tujhe Simre So Sukh Paawe.
Riddhi Siddhi Parvan Kare Tu.
Daya Kare Dhanvan Kare Tu.
Somvar Ko Shiv Sang Pyari.
Aarti Teri Jisne Utari.
Uski Sagri Aas Puja Do.
Sagre Dukh Taklif Mita Do.
Ghee Ka Sundar Deep Jala Ke.
Gola Gari Ka Bhog Laga Ke.
Shraddha Bhaav Se Mantra Gaayen.
Prem Sahit Fir Shish Jhukaayen.
Jay Giriraj Kishori Ambe.
Shiv Mukh Chandra Chakori Ambe.
Manokamna Purn Kar Do.
Bhakt Sada Sukh Sampati Bhar Do.
शैलपुत्री माता की आरती का महत्व (Importance of Shailputri Mata Ki Aarti)
- नवरात्रि के पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा करने के पश्चात आरती करना अत्यंत ही शुभ माना गया है.
- माँ शैलपुत्री भी माँ दुर्गा का ही रूप है.
- नवरात्रि के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की ही पूजा की जाती है.
- शैलपुत्री माता की आरती सच्चे ह्रदय से करने से माँ शैलपुत्री का आशीर्वाद साधक को प्राप्त होता है.
- माँ शैलपुत्री अपने भक्तों की मनोकामना पूर्ण करती हैं.
- जीवन में सुख और शांति प्रदान करती हैं.
माँ शैलपुत्री की आरती से संबंद्धित कुछ जानकारी
नवरात्रि के प्रथम दिन पहले आप माँ शैलपुत्री की नियमानुसार पूजा अर्चना करें. फिर माँ शैलपुत्री की आरती करें. इस आरती के साथ माँ दुर्गा की आरती भी करें.
नवरात्रि के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की पूजा करने के पश्चात शैलपुत्री माता की आरती की जाती है. शैलपुत्री माता की आरती के साथ दुर्गा माता की आरती भी करनी चाहिए.
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