You are currently viewing जग जननी जय जय आरती | Jag Janani Jai Jai – Durga Mata Aarti

जग जननी जय जय आरती | Jag Janani Jai Jai – Durga Mata Aarti

Jag Janani Jai Jaiजग जननी जय जय आरती – जगत जननी माँ दुर्गा की आरती करें श्रद्धा और भक्ति के साथ. यह आरती माँ जगदम्बा दुर्गा की एक प्रसिद्ध आरती है.

नवरात्रि, दुर्गा पूजा तथा अन्य दिनों में भी माँ दुर्गा की स्तुति के लिए आप जग जननी जय जय आरती का गायन करते हुए माता की आरती भक्तिपूर्वक उतारें.

यह आरती अत्यंत ही शुभ और पावन आरती है.

जग जननी जय जय – माँ दुर्गा की आरती

जग जननी जय जय

|| दुर्गा माता की आरती | जगत जननी की आरती ||

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

तू ही सत्-चित्-सुखमय, शुद्ध ब्रह्मरूपा।
सत्य सनातन, सुन्दर, पर-शिव सुर-भूपा॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

आदि अनादि, अनामय, अविचल, अविनाशी।
अमल, अनन्त, अगोचर, अज आनन्दराशी॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

अविकारी, अघहारी, सकल कलाधारी।
कर्ता विधि भर्ता हरि हर संहारकारी॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

तू विधिवधू, रमा, तू उमा महामाया।
मूल प्रकृति, विद्या तू, तू जननी जाया॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

राम, कृष्ण, तू सीता, ब्रजरानी राधा।
तू वाँछा कल्पद्रुम, हारिणि सब बाधा॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

दश विद्या, नव दुर्गा, नाना शस्त्रकरा।
अष्टमातृका, योगिनि, नव-नव रूप धरा॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

तू परधाम निवासिनि, महा-विलासिनि तू।
तू ही शमशान विहारिणि, ताण्डव लासिनि तू॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

सुर-मुनि मोहिनि सौम्या, तू शोभाधारा।
विवसन विकट सरुपा, प्रलयमयी धारा॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

तू ही स्नेहसुधामयी, तू अति गरलमना।
रत्नविभूषित तू ही, तू ही अस्थि तना॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

मूलाधार निवासिनि, इहपर सिद्धिप्रदे।
कालातीता काली, कमला तू वर दे॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

शक्ति शक्तिधर तू ही, नित्य अभेदमयी।
भेद प्रदर्शिनि वाणी विमले वेदत्रयी॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

हम अति दीन दुखी माँ, विपट जाल घेरे।
हैं कपूत अति कपटी, पर बालक तेरे॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

निज स्वभाववश जननी, दयादृष्टि कीजै।
करुणा कर करुणामयी, चरण शरण दीजै॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय।
भयहारिणी, भवतारिणी, भवभामिनि जय जय॥

Durga Chalisa in Hindi Lyrics – दुर्गा चालीसा पाठ

विडियो

जगत जननी माँ दुर्गा की आरती – जग जननी जय जय विडियो हमने निचे दिया हुआ है. ताकि आप सब माँ दुर्गा के भक्तों को माता की आरती करने में सुविधा हो.

जग जननी जय जय विडियो

विडियो श्रोत – यूट्यूब

Jag Janani Jai Jai – Maa Durga Aarti

Durga Mata

|| Durga Mata Ki Aarti | Jagat Janani Ki Aarti ||

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Tu Hi Sat Chit SukhMay Shuddh Brahm Rupa.
Satya Sanatan, Sunar, Par- Shiv Sur Bhupa.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Aadi Anadi, Anamay, Awichal, Awinashi.
Amal, Anant, Agochar, Aj Aanand rashi.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Awikari, Aghhari, Sakal Kaladhari.
Karta Widhi Bharta Hari Har Sanharkari.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Tu Vidhi Vadhu, Rama, Tu Uma Mahamaya.
Mul Prakriti, Widha Tu, Tu Janani Jaya.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Ram, Krishn, Tu Sita, Braj Rani Radha.
Tu Wancha Kalpadrum, Harini Sab Badha.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Dash Widha, Naw Durga, Nana Shastrakara.
Asht Matrika, Yogini, Naw Naw Rup Dhara.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Tu Pardham Niwasini, Maha Wilasini Tu.
Tu Hi Shamshan Wiharini, Taandav Lasini Tu.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Sur Muni Mohini Saumya, Tu Shobhadhara.
Viwsan Vikat Sarupa, Pralaymayi Dhara.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Tu Hi Sneh Sudhamayi, Tu Ati Garalamna.
Ratn Vibhusit Tu Hi, Tu Hi Asthi Tana.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Muladhar Niwasini, Ih Par Siddhi Prade.
Kalatita Kali, Kamla Tu War De.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Shakti Shaktidhar Tu Hi, Nitya Abhedmayi.
Bhed Pradarshini Wani Vimle Vedtrayi.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Ham Ati Din Dukhi Maa, Vipat Jaal Ghere.
Hain Kaput Ati Kapati, Par Balak Tere.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Nij Swabhaw Vash Janani, Daya Drishti Kije.
Karuna Kar Karunamayi, Charan Sharan Dije.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Jag Janani Jai Jai Maa, Jag Janani Jai Jai.
Bhay Harini, Bhaw Tarini, Bhaw Bhamini Jai Jai.

Importance of Jag Janani Jai Jai Aarti – जग जननी जय जय आरती का महत्व

Jag Janani Jai Jai
  • जगत जननी माँ दुर्गा की स्तुति के लिए जग जननी जय जय मैया जग जननी जय जय आरती एक प्रसिद्ध, पवित्र और पावन आरती है.
  • जग जननी जय जय आरती के द्वारा माँ दुर्गा की स्तुति करना अत्यंत ही शुभ फलदाई होती है.
  • इस आरती को भक्ति पूर्वक गायन करते हुए दुर्गा माता की स्तुति गान करना अत्यंत ही शुभ और मनोरथ पूर्ण करने वाली होती है.
  • समस्त नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने की शक्ति इस माँ दुर्गा की आरती में है.
  • इस आरती का गायन करते हुए श्रद्धापूर्वक माँ दुर्गा की आरती करने से चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होने लगती है.
  • नवरात्रि के प्रत्येक दिन की आरती हमने इस साईट पर प्रकाशित की हुई है.
  • आप उन आरतियों के साथ इस आरती के माध्यम से भी माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की स्तुति कर सकतें हैं.
जग जननी जय जय आरती कब की जाती है?

माँ दुर्गा की स्तुति के लिए जग जननी जय जय आरती की जाती है. आप इसे दुर्गा माता की स्तुति गान के लिए करें. इस आरती को आप नवरात्रि, दुर्गा पूजा तथा अन्य दिनों में दुर्गा माता की आरती के लिए कर सकतें हैं.

Nidhi

इस साईट पर प्रकाशित सभी धार्मिक प्रकाशनों को निधि के द्वारा प्रकाशित किया जाता है. निधि त्योहारों, आरती, चालीसा मंत्र स्तोत्र आदि की अच्छी जानकारी रखती है. बहुत धार्मिक मान्याताओं वाली निधि हमारे इस सेगमेंट को अच्छे से देखती है.

Leave a Reply