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Mahagauri | महागौरी मंत्र, स्तोत्र, कवच, अन्य धार्मिक जानकारी

Mahagauri – In this post, we are publishing Mahagauri Mantra, Stuti, Stotra and Kavach for the worship of Mahagauri. Along with this, some religious information related to Mahagauri Mata is also being published.

महागौरी – इस पोस्ट में हम महागौरी माता की आराधना और स्तुति के लिए महागौरी मंत्र, स्तुति, स्तोत्र और कवच का प्रकाशन कर रहें हैं. साथ ही कुछ धार्मिक जानकारी भी प्रकाशित कर रहें हैं.

नमस्कार, स्वागत है आप सबका सोनाटुकु डॉट कॉम पर. महागौरी माता की पूजा आराधना करना अत्यंत ही शुभ और सुखदाई होती है.

तो श्रद्धा और भक्ति के साथ बोलिये जय माँ दुर्गा और सबसे पहले हम महागौरी माता के बारे में कुछ धार्मिक जानकारी प्राप्त करतें हैं.

महागौरी माता (Goddess Mahagauri)

mahagauri

महागौरी माता को माँ पार्वती का आठवां शक्ति स्वरुप माना जाता है. नवरात्रि के अष्टमी तिथि को महागौरी माता की पूजा की जाती है. यही माँ दुर्गा आदिशक्ति है.

माँ महागौरी का वर्ण पूर्णतः गौर है. महागौरी माता की चार भुजा है. माँ महागौरी के दाहिने वाले ऊपर का हाथ अभय मुद्रा में है और निचे वाला दाहिने हाथ में त्रिशूल है. ऊपर वाले बाएं हाथ में डमरू है और निचे वाला हाथ वर मुद्रा में है.

माता महागौरी का वाहन वृषभ है.

महागौरी माता का यह रूप अत्यंत ही शांत और मनोहारी है.

माँ महागौरी की पूजा आराधना करना अत्यंत ही शुभ और मंगलकारी होती है. माता अपने भक्तों के समस्त कष्टों को दूर करती हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महागौरी माता की पूजा करने से माँ दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा का फल प्राप्त हो जाता है.

राहू ग्रह पर महागौरी माता का प्रभाव है. इस कारण से जिन लोगों को राहू ग्रह की स्थिति के कारण कोई कष्ट या समस्या हो उन्हें भक्तिपूर्वक महागौरी माता की आराधना करनी चाहिए.

कथा

माता ने भगवन शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की. कठोर तपस्या के कारण माता का शरीर काला पड़ गया. उनकी तपस्या से महादेव शिव प्रसन्न हुए और इन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया. महादेव शिव के द्वारा इन्हें गंगा जल से धोने के फलस्वरूप इनका रंग एकदम गौर वर्ण का हो गया. इस कारण से माता को महागौरी के नाम से इस जगत में पूजा जाता है.

महागौरी मंत्र (Mahagauri Mantra)

निचे दिए गए महागौरी मंत्र का 108 बार जाप करें और महागौरी माता की आराधना करें.

ॐ देवी महागौर्यै नमः॥

महागौरी प्रार्थना मंत्र

इस मंत्र का भक्तिपूर्वक पाठ कर महागौरी माता से प्रार्थना करें.

श्वेते वृषेसमारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेव प्रमोददा॥

महागौरी स्तुति मंत्र (Mahagauri Stuti Mantra)

इस स्तुति मंत्र के माध्यम से महागौरी माता की स्तुति करना अत्यंत ही शुभ होता है.

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ महागौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

महागौरी ध्यान मंत्र

इस मंत्र के माध्यम से महागौरी माता का ध्यान करें.

वन्दे वाञ्छित कामार्थे चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
सिंहारूढा चतुर्भुजा महागौरी यशस्विनीम्॥
पूर्णन्दु निभाम् गौरी सोमचक्रस्थिताम् अष्टमम् महागौरी त्रिनेत्राम्।
वराभीतिकरां त्रिशूल डमरूधरां महागौरी भजेम्॥
पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालङ्कार भूषिताम्।
मञ्जीर, हार, केयूर, किङ्किणि, रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥
प्रफुल्ल वन्दना पल्लवाधरां कान्त कपोलाम् त्रैलोक्य मोहनम्।
कमनीयां लावण्यां मृणालां चन्दन गन्धलिप्ताम्॥

Mahagauri Stotra | महागौरी स्तोत्र

सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ महागौरी स्तोत्र का पाठ करें.

सर्वसङ्कट हन्त्री त्वंहि धन ऐश्वर्य प्रदायनीम्।
ज्ञानदा चतुर्वेदमयी महागौरी प्रणमाम्यहम्॥
सुख शान्तिदात्री धन धान्य प्रदायनीम्।
डमरूवाद्य प्रिया अद्या महागौरी प्रणमाम्यहम्॥
त्रैलोक्यमङ्गल त्वंहि तापत्रय हारिणीम्।
वददम् चैतन्यमयी महागौरी प्रणमाम्यहम्॥

महागौरी कवच मंत्र (Mahagauri Kavach Mantra)

इस महागौरी कवच का श्रद्धापूर्वक पाठ करें. माँ की कृपा आप पर हमेशा बनी रहेगी.

ॐकारः पातु शीर्षो माँ, हीं बीजम् माँ, हृदयो।
क्लीं बीजम् सदापातु नभो गृहो च पादयो॥
ललाटम् कर्णो हुं बीजम् पातु महागौरी माँ नेत्रम्‌ घ्राणो।
कपोत चिबुको फट् पातु स्वाहा माँ सर्ववदनो॥

Mahagauri Mata Ki Aarti | महागौरी माता की आरती

महागौरी माता की आरती का प्रकाशन इस साईट पर पहले से किया हुआ है. आप ऊपर दिए गए लिंक पर क्लीक करके महागौरी माता की आरती वाले पेज पर जा सकतें हैं.

महागौरी माता का वर्ण कैसा है?

माँ महागौरी का वर्ण पुर्णतः गौर है.

महागौरी माता का वाहन क्या है?

महागौरी माता का वाहन वृषभ है. परन्तु सिंह को भी माता का वाहन माना गया है.

नवरात्रि के किस दिन महागौरी माता की पूजा की जाती है?

नवरात्रि के आठवें दिन यानी की अष्टमी तिथि को महागौरी माता की पूजा की जाती है.

सच्चे ह्रदय से और सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ महागौरी माता की आराधना और स्तुति करें.

आप सब अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकतें हैं.

माँ दुर्गा की पावन कृपा आप सब पर हमेशा बनी रहे. जय माँ दुर्गे.

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Nidhi

इस साईट पर प्रकाशित सभी धार्मिक प्रकाशनों को निधि के द्वारा प्रकाशित किया जाता है. निधि त्योहारों, आरती, चालीसा मंत्र स्तोत्र आदि की अच्छी जानकारी रखती है. बहुत धार्मिक मान्याताओं वाली निधि हमारे इस सेगमेंट को अच्छे से देखती है.

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