Aja Ekadashi – In this post we will get information about Aja Ekadashi. When is Aja Ekadashi? Aja Ekadashi 2022 date and importance of Aja Ekadashi fast.
अजा एकादशी – इस पोस्ट में हम अजा एकादशी के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे. अजा एकादशी कब है? अजा एकादशी व्रत 2022 तारीख तथा अजा एकादशी व्रत का महत्व.
नमस्कार, स्वागत है आप सबका सोनाटुकु डॉट कॉम पर. श्री विष्णु के भक्तों के लिए प्रत्येक एकादशी व्रत अत्यंत ही महत्वपूर्ण होता है.
अजा एकादशी व्रत भी श्री विष्णु की आराधना और स्तुति करने और उनकी कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण व्रत है. श्री विष्णु भगवान के भक्तों के लिए अजा एकादशी व्रत करना अत्यंत ही शुभ और मंगलकारी माना गया है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अजा एकादशी व्रत करने से मनुष्य को अश्वमेध यज्ञ करने के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है.
चलिए अब हम अजा एकादशी 2022 में कब है? ( Aja Ekadashi 2022) के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेतें हैं.
Aja Ekadashi 2022 : अजा एकादशी 2022 में कब है?
भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अजा एकादशी मनाई जाती है. इस दिन श्री विष्णु की आराधना और स्तुति के लिए अजा एकादशी का व्रत किया जाता है.
साल 2022 में अजा एकादशी व्रत 23 अगस्त 2022, दिन मंगलवार को है.
अजा एकादशी व्रत 2022 तारीख | 23 अगस्त 2022, मंगलवार |
Aja Ekadashi 2022 Date | 23 August 2022, Tuesday |
चलिए अब हम भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि कब प्रारंभ हो रही है और कब समाप्त हो रही है? के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेतें हैं.
भाद्रपद कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि की जानकारी
अजा एकादशी व्रत भाद्रपद माह कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि को किया जाता है. इस कारण से हमने आप सबकी सुविधा और जानकारी के लिए यहाँ भाद्रपद कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि की प्रारंभ और समाप्त होने के समय की जानकारी दी हुई है.
भाद्रपद कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ | 22 अगस्त 2022, सोमवार 03:35 am |
भाद्रपद कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि समाप्त | 23 अगस्त 2022, मंगलवार 06:06 am |
पारण का समय है 24 अगस्त 2022, दिन बुधवार को प्रातः काल 06:00 am बजे से 08:30 am बजे तक.
अजा एकादशी व्रत का महत्व

- श्री विष्णु के भक्तों के लिए अजा एकादशी व्रत अत्यंत ही शुभ और मंगलकारी व्रत है.
- धार्मिक मान्यता के अनुसार अजा एकादशी व्रत करने से मनुष्य को अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है.
- मनुष्य के द्वारा अनजाने में किये गए पापों का अजा एकादशी व्रत के फलस्वरूप नाश हो जाता है.
- मनुष्य का भाग्योद्य अजा एकादशी व्रत करने से होता है.
भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अजा एकादशी व्रत किया जाता है.
Ekadashi Aarti – एकादशी व्रत के दिन की शुभ एकादशी आरती
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