इस पोस्ट में हम गायत्री जापम (Gayatri Japam 2024) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे. गायत्री जापम कब है? क्या महत्व है? आदि.
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श्रावण पूर्णिमा पर जो भी युवा और विद्यार्थी वेदों के अध्ययन के लिए इच्छुक होतें हैं. उन्हें उपाकर्म अनुष्ठान के पश्चात यज्ञोपवीत धारण करवाया जाता है.
इसके अगले दिन उन्हें गायत्री मंत्र का जाप करना पड़ता है. यह गायत्री मंत्र जाप 108 बार या 1008 बार किया जाता है. इसे ही गायत्री जापम कहा जाता है.
यह एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण उत्सव होता है. दक्षिण भारत में इसका बहुत अधिक महत्व है.
गायत्री जापम मुख्य रूप से ब्राहमण समाज में किया जाता है.
चलिए अब हम सब साल 2024 में गायत्री जापम कब किया जाएगा? की जानकारी प्राप्त करतें हैं.
Gayatri Japam 2024 Date
साल 2024 में गायत्री जापम 20 अगस्त 2024, दिन मंगलवार को है.
गायत्री जापम 2024 तारीख | 20 अगस्त 2024, मंगलवार |
Gayatri Japam 2024 Date | 20 August 2024, Tuesday |
उपाकर्म अनुष्ठान
उपाकर्म अनुष्ठान के पश्चात ही वेदों का अध्यन प्रारंभ किया जाता है. इस अवसर पर जनेऊ (यज्ञोपवीत) धारण किया जाता है.
वर्ष 2024 में उपाकर्म संस्कार के लिए दिन 19 अगस्त 2024, सोमवार का दिन है.
उपाकर्म अनुष्ठान 2024 | 19 अगस्त 2024, सोमवार |
गायत्री जापम का महत्व
गायत्री जापम दक्षिण भारतीय ब्राह्मण समाज का एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण उत्सव है. इसमें जिन लोगों द्वारा वेदों का अध्ययन आरम्भ किया जाता है. जिनका उपाकर्म संस्कार हुआ होता है. जिन्होंने ने श्रावण पूर्णिमा के दिन उपनयन संस्कार के बाद यज्ञोपवीत धारण किया है.
उनके द्वारा 108 बार या 1008 बार श्रद्धा पूर्वक गायत्री मंत्र का जाप किया जाता है.
गायत्री मंत्र को अत्यंत ही महत्वपूर्ण मंत्र माना गया है. सभी मन्त्रों का सार गायत्री मंत्र में ही माना गया है.
गायत्री मंत्र के जाप से मनुष्य को समस्त ज्ञान की प्राप्त हो सकती है.
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