महादेव शिव और माँ पार्वती गौरी माता की पूजा अर्चना का एक महत्वपूर्ण उत्सव है हरतालिका तीज (Hartalika Teej).
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चलिए आज हम हरतालिका तीज के बारे में जानकारी प्राप्त करतें हैं. हरतालिका तीज कब है? हरतालिका तीज 2022 तारीख (Hartalika Teej 2022 Date), हरतालिका तीज का महत्व आदि के साथ साथ अन्य कई धार्मिक महत्व की जानकारी इस पोस्ट में दी गई है.
आपको जानकारी होगी ही की हरतालिका तीज को हरितालिका तीज (Haritalika Teej) भी कहा जाता है.
मुख्य रूप से यह तीज उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और झारखण्ड में मनाया जाता है.
दक्षिण भारत में हरतालिका तीज को गौरी हब्बा के नाम से मनाया जाता है. इसमें भी माँ गौरी की पूजा अर्चना की जाती है.
आप सबकी जानकारी के लिए हमने इस साईट पर पाँचों महत्वपूर्ण तीज व्रत के बारे में पोस्ट प्रकाशित किया हुआ है. पाँच महत्वपूर्ण और मुख्य तीज हैं – अखा तीज (अक्षय तृतीया), कजरी तीज, हरियाली तीज, गणगौर तीज और हरतालिका तीज.
चलिए अब हम साल 2022 में हरतालिका तीज कब है? के बारे में जानकारी प्राप्त करतें हैं.
Hartalika Teej 2022 – हरतालिका तीज कब है? हरितालिका तीज | हरतालिका तीज 2022
भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज मनाया जाता है. इस दिन व्रत रखा जाता है और प्रातः काल स्नान करने के पश्चात महादेव शिव और गौरी माता की पूजा की जाती है.
हरतालिका तीज 2022 तारीख | 30 अगस्त 2022, मंगलवार |
Hartalika Teej 2022 Date | 30 August 2022, Tuesday |
चलिए अब हम सब भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि की जानकारी प्राप्त करतें हैं.
भाद्रपद शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को अत्यंत ही पवित्र तिथि मानी गई है. इस तिथि को ही हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है. महादेव शिव और पार्वती माता की पूजा की जाती है.
निचे टेबल में हमने भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के प्रारंभ और समाप्त होने के समय की जानकारी दी हुई है.
भाद्रपद शुक्ल पक्ष तृतीय तिथि प्रारंभ | 29 अगस्त 2022, सोमवार 03:20 pm |
भाद्रपद शुक्ल पक्ष त्रितीय तिथि समाप्त | 30 अगस्त 2022, मंगलवार 03:33 pm |
हरतालिका तीज के बारे में कुछ जानकारी (Some Information about Hartalika Teej)
- महादेव शिव और माता पार्वती की पूजा आराधना को समर्पित हरतालिका तीज एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण उत्सव है.
- हरतालिका तीज में महिलाओं द्वारा व्रत रखा जाता है.
- महादेव शिव और माँ पार्वती की पूजा की जाती है.
- इस दिन झुला झूलने की भी परम्परा है.
- दक्षिण भारतीय राज्यों में हरतालिका तीज को गौरी हब्बा के नाम से जाना जाता है.
- हरतालिका तीज का उत्सव गणेश चतुर्थी के एक दिन पहले मनाया जाता है.
हरतालिका तीज व्रत कथा
महिलाओं द्वारा हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है. प्रातः काल स्नान करने के पश्चात नए वस्त्र धारण करके महादेव शिव और माँ पार्वती की पूजा करना पड़ता है.
हरतालिका तीज व्रत की कथा सुनी जाती है. निचे हमने हरतालिका तीज व्रत कथा की यूट्यूब विडियो दी हुई है.
आप इस विडियो को प्ले बटन दबाकर देखें और हरतालिका तीज व्रत कथा को सुन सकतें हैं.
आज के इस महत्वपूर्ण प्रकाशन में बस इतना ही. आप सब अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में अवस्य लिखें.
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का त्यौहार मनाया जाता है. यह त्यौहार श्री गणेश चतुर्थी त्यौहार के एक दिन पहले मनाया जाता है.
महादेव शिव और माँ पार्वती की पूजा हरतालिका तीज में की जाती है.
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