माता महालक्ष्मी को समर्पित महालक्ष्मी व्रत (Mahalakshmi Vrat 2025) के बारे में इस पोस्ट में हम जानकारी प्राप्त करेंगे.
इस पोस्ट में हम जानेंगे महालक्ष्मी व्रत कब है? महालक्ष्मी व्रत 2025 तारीख, महालक्ष्मी व्रत का महत्व तथा कुछ अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक जानकारी.
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माता महालक्ष्मी को प्रसन्न करने और उनसे धन वैभव का वरदान पाने के लिए महालक्ष्मी का व्रत किया जाता है. इस व्रत में तिथि के अनुसार लगातार 16 दिनों तक व्रत किया जाता है.
इस व्रत में माता महालक्ष्मी की पूजा आराधना की जाती है.
चलिए जानतें हैं की साल 2025 में महालक्ष्मी व्रत कब है? (Mahalakshmi Vrat 2025 Date)
Mahalakshmi Vrat 2025 – महालक्ष्मी व्रत कब है?
महालक्ष्मी व्रत को भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को प्रारम्भ किया जाता है.
आप सबकी जानकारी के लिए बता दें की यह तिथि गणेश चतुर्थी के चार दिनों के बाद आती है और इसी दिन राधा अष्टमी भी मनाई जाती है.
महालक्ष्मी व्रत का समापन आश्विन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को होता है.
इस तरह से तिथि के अनुसार इस वर्ष यह 15 दिनों का व्रत होता है.
महालक्ष्मी व्रत 2025 प्रारंभ
साल 2025 में महालक्ष्मी व्रत का प्रारंभ 31 अगस्त 2025, दिन रविवार को किया जाएगा.
महालक्ष्मी व्रत 2025 प्रारंभ | 31 अगस्त 2025, रविवार |
Mahalakshmi Vrat 2025 Start Date | 31 August 2025, Sunday |
महालक्ष्मी व्रत 2025 पूर्ण
साल 2025 में महालक्ष्मी व्रत का समापन 14 सितम्बर 2025, दिन रविवार को किया जाएगा.
महालक्ष्मी व्रत 2025 का समापन | 14 सितम्बर 2025, रविवार |
Mahalakshmi Vrat 2025 End date | 14 September 2025, Sunday |
इस तरह से साल 2025 में महालक्ष्मी व्रत में 15 दिन हैं.
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि
जैसा की आप सभी की ज्ञात हो चूका है की महालक्ष्मी व्रत भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से प्रारंभ किया जाता है.
यहाँ हम भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के प्रारंभ और समाप्त होने के समय की जानकारी दे रहें हैं.
भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि प्रारंभ | 30 अगस्त 2025, शनिवार 10:46 pm |
भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि समाप्त | 01 सितम्बर 2025, सोमवार 12:57 am |
महालक्ष्मी व्रत का महत्व
महालक्ष्मी व्रत भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि को प्रारंभ होता है. भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि को बहुत ही शुभ और पवित्र दिन माना गया है.
इसी तिथि को दूर्वा जयंती भी मनाई जाती है और राधा जी की जयंती भी मनाई जाती है.
धार्मिक मान्यता है की महालक्ष्मी माता अपने भक्तों को धन सम्पति और सुख समृद्धि प्रदान करती है.
जीवन से दुःख और दरिद्रता को दूर करती है.
महालक्ष्मी व्रत कथा
यहाँ हम महालक्ष्मी व्रत की कथा का विडियो दे रहें हैं. पुरे व्रत के दौरान अर्थात 15 दिनों तक इस कथा का सुनना अत्यंत ही शुभ फलदायक माना गया है.
महालक्ष्मी व्रत का प्रारंभ भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि को होता है और समापन आश्विन माह कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को होता है.
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