Om Jai Shiv Omkara Aarti | ॐ जय शिव ओमकारा आरती – महादेव शिव शंकर भोलेनाथ की स्तुति करें इस प्रसिद्ध और शुभ शिव आरती के माध्यम से.
महादेव शिव की आराधना करना और उन्हें प्रसन्न करना, शिव की कृपा प्राप्त करना बहुत अधिक आसान है तो उतना ही कठिन भी है.
शिव को समझना हम सब अज्ञान लोगों के लिए कहीं से भी संभव नहीं है. महादेव शिव न जाने कब किस पर किस बात से प्रसन्न हो जाएँ और उसे मनचाहा वरदान दें दें. यह किसी को नहीं पता है.
महादेव शिव शंकर भोलेनाथ के भक्त कई तरह से महादेव शिव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने का जतन करतें हैं.
कुछ अपने लक्ष्य में सफल होतें हैं और कुछ नहीं होतें हैं. मैं एक बात कहना चाहूँगा की हम सबको अपनी सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ शिव जी की आराधना करनी चाहिए. हमें ऐसा काम करना चाहिए जो महादेव शिव को अच्छा लगे.
इस जगत के कल्याण के लिए किये गए संभी कार्य महादेव शिव को अवस्य प्रसन्न करतें हैं और हम उनकी कृपा प्राप्त कर सकतें हैं.
चलिए अब हम सब महादेव शिव की आराधना और स्तुति के लिए ॐ जय शिव ओमकारा आरती (Om Jai Shiv Omkara Aarti) का ह्रदय से गायन करतें हुए महादेव शिव की आरती उतारतें हैं.
ॐ जय शिव ओमकारा आरती
|| महादेव शिव की आरती ||
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारं |
सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे भंव भवानी सहितं नमामि ||
जय शिव ओंकारा, प्रभु जय शिव ओंकारा,
ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अर्धांगी धारा |
ॐ हर हर महादेव ……….
एकानन चतुरानन पंचांनन राजै,
हंसासंन, गरुड़ासन, वृषवाहन साजै |
ॐ हर हर महादेव ……….
दो भुज चार चतुर्भज दस भुज अति सोहै,
तीनों रुप निरखता त्रिभुवन जन मोहे |
ॐ हर हर महादेव ……….
अक्षमाला, वनमाला, रुण्डमाला धारी,
चंदन, मृदमग चंदा सोहै त्रिपुरारी |
ॐ हर हर महादेव ……….
श्वेताम्बर,पीताम्बर, बाघम्बर अंगें,
सनकादिक, ब्रम्हादिक, भूतादिक संगें |
ॐ हर हर महादेव ……….
कर के मध्ये कमण्डल चक्र, त्रिशूल धरता,
जगकर्ता,जगभर्ता, जगसंहारकर्ता |
ॐ हर हर महादेव ……….
ब्रम्हा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका,
प्रवणाक्षर में शोभित ये तीनों एका |
ॐ हर हर महादेव ……….
काशी में विश्वनाथ विराजत नंदी ब्रम्हचारी,
नित उठी भोग लगावत महिमा अति भारी |
ॐ हर हर महादेव ……….
त्रिगुण स्वामीजी की आरती जो कोई नर गावें,
कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावें॥
ॐ हर हर महादेव ……….
जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा,
ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा |
ॐ हर हर महादेव ……….
Om Jai Shiv Omkara Aarti
|| Mahadev Shiv Ki Aarti ||
Jai Shiv Omkara, Prabhu Jai Shiv Omkara,
Brahma Vishnu Sadashiv Arddhangi Dhara.
Om Har Har Mahadev …….
Ekanan Chaturanan Panchanan Rajae,
Hansasan Garudasan Vrishvahan Sajae.
Om Har Har Mahadev …….
Do Bhuj Char Chaturbhuj Das Bhuj Ati Sohe,
Trigun Roop Nirakhta Tribhuvan Jan Mohe.
Om Har Har Mahadev …….
Akshmala Vanmala Rundmala Dhari,
Chadan Mrigmad Chanda Bhale Shashi Dhari.
Om Har Har Mahadev …….
Shwetambar Pitambar Baghambar Ange,
Sankadik Garunadik Bhootadik Sange.
Om Har Har Mahadev …….
Kar ke Madhya Kamandalu Chakra Trishool Dharta,
Jagkarta, Jagbharta, Jagsanharkarta.
Om Har Har Mahadev …….
Brahma Vishnu Sadashiv Jaanat Aviveka,
Pranvaakshar me Shobhit Yah Tinon Eka.
Om Har Har Mahadev …….
Kashi Me Vishwanath Virajat Nandi Bramhachari,
Nit Uthi Bhog Lagavat Mahima Ati Bhari.
Om Har Har Mahadev …….
Trigun Swami ji Ki Aarti Jo Koi Nar Gave,
Kahat Shivanand Swami Manvanchhit Phal Pave.
Om Har Har Mahadev …….
विडियो
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विडियो श्रोत – यूट्यूब
विडियो सोर्स – यूट्यूब
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