Sheesh Gang Ardhang Parvati शीश गंग अर्द्धांग पार्वती – महादेव शिव की आराधना और स्तुति के लिए हमने यह प्रसिद्ध शिव भजन (Shiv Bhajan) | शिव आरती (Shankar Bhagwan ki Aarti) – शीश गंग अर्द्धांग पार्वती का प्रकाशन किया है.
शिव शंकर भोलेनाथ की आराधना और स्तुति के लिए हमने भगवान शिव से संबंद्धित कई मंत्र, स्तोत्र, आरती, चालीसा आदि का प्रकाशन इस साईट पर किया हुआ है. आप इन सबको शिव केटेगरी में जाकर देख सकतें हैं.
महादेव शिव की आराधना और स्तुति सदा ही शुभ और मंगलकारी होती है. मनुष्य के जीवन को सफल करने वाले शिव शंकर की स्तुति करना और उन्हें प्रसन्न करना अत्यंत ही सरल है तो अत्यंत कठिन भी है.
शिव तो औघर दानी है. भोलेनाथ है. किस बात से प्रसन्न होंगे कोई नहीं जानता है. हम सब अपनी तरफ से उन्हें प्रसन्न करने के लिए उनकी आराधना और स्तुति सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ करें.
शिव के बताये जगत कल्याण के मार्ग पर चलें. शिव अवस्य हम पर प्रसन्न होंगे. जय शिव शंकर.
शीश गंग अर्द्धांग पार्वती (शिव भजन | शिव आरती)
शीश गंग अर्द्धांग पार्वती,
सदा विराजत कैलासी ।
नंदी भृंगी नृत्य करत हैं,
धरत ध्यान सुर सुख रासी ॥
शीतल मन्द सुगन्ध पवन बहे,
वहाँ बैठे हैं शिव अविनाशी ।
करत गान-गन्धर्व सप्त स्वर,
राग रागिनी सब गासी ॥
यक्ष-रक्ष-भैरव जहँ डोलत,
बोलत हैं वनके वासी ।
कोयल शब्द सुनावत सुन्दर,
भ्रमर करत हैं गुंजा-सी ॥
कल्पद्रुम अरु पारिजात,
तरु लाग रहे हैं लक्षासी ।
कामधेनु कोटिक जहँ डोलत,
करत फिरत हैं भिक्षासी ॥
सूर्यकान्त सम पर्वत शोभित,
चन्द्रकान्त अवनी वासी।
छहों ऋतुनित फलत रहत हैं,
पुष्प चढ़त हैं वर्षासी॥
देव मुनिजन की भीड़ पड़त है,
निगम रहत जो नित गासी ।
ब्रह्मा, विष्णु जाको ध्यान धरत हैं,
कछु शिव हमको फरमासी ॥
ऋद्धि-सिद्धि के दाता शंकर,
सदा अनंदित सुखरासी ।
जिनको सुमिरन सेवा करते,
टूट जाय यम की फांसी ॥
त्रिशूलधर को ध्यान निरन्तर,
मन लगाय कर जो गासी ।
दूर करे विपता शिव तन की,
जन्म-जन्म शिवपद पासी ॥
कैलासी काशी के वासी,
अविनाशी मेरी सुध लीज्यो ।
सेवक जान सदा चरनन को,
आपन जान दरश दीज्यो ॥
तुम तो प्रभुजी सदा सयाने,
अवगुण मेरो सब ढकियो ।
सब अपराध क्षमाकर शंकर,
किंकर की विनती सुनियो ॥
शीश गंग अर्द्धांग पार्वती,
सदा विराजत कैलासी ।
नंदी भृंगी नृत्य करत हैं,
धरत ध्यान सुर सुख रासी ॥
महादेव शिव की सबसे प्रसिद्ध आरती Om Jai Shiv Omkara Aarti | ॐ जय शिव ओमकारा आरती
Sheesh Gang Ardhang Parvati Lyrics (Shiv Bhajan | Aarti)
Sheesh Gang Ardhang Parvati,
Sada Wirajat Kailaashi.
Nandi Bhringi Nritya Karat Hain,
Dharat Dhyaan Sur Sukh Rasi.
Shital Mand Sugandh Pawan Bahe,
Wahan Baithe Hain Shiv Awinashi.
Karat Gaan Gandharv Sapt Swar,
Rag Ragini Sab Gaasi.
Yaksh Raksh Bhairav Jahan Dolat,
Bolat Hain Wan Ke Wasi.
Koyal Shabd Sunawat Sunder,
Bhramar Karat Hain Gunja Si.
Kalpdrum Aru Paarijaat,
Taru Laag Rahe Hain Lakshasi.
KaamDhenu Kotik Jahan Dolat,
Karat Firat Hain Bhikshasi.
Suryakant Sam Parwat Shobhit,
Chandrakant Awani Vasi.
Chhahon Ritunit Pfalat Rahat Hain,
Pushp Chadhat Hain Varshasi.
Dev Munijan Ki Bheer Parat hain,
Nigam Rahat Jo Nit Gaasi.
Brahma Vishnu Jaako Dhyaan Dharat Hain,
Kachhu Shiv Hamko Farmasi.
Riddhi Siddhi Ke Data Shankar,
Sada Anandit Sukhrasi.
Jinko Sumiran Sewa Karte,
Tut Jaay Yam Ki Faansi.
Trishuldhar Ko Dhyaan Nirantar,
Man Lagaay Kar Jo Gaasi.
Dur Kare Wipata Shiv Tan Ki,
Janam Janam Shivpad Paasi.
Kailasi Kaashi Ke Waasi,
Awinashi Meri Sudh Lijyo
Sewak Jaan Sada Charnan Ko,
Aapan Jaan Darash Dijyo.
Tum To Prabhuji Sada Sayaane,
Awgun Mero Sab Dhakiyo.
Sab Apraadh Kshmakar Shankar,
Kinkar Ki Winati Suniyo.
Sheesh Gang Ardhaang Parvati,
Sada Wirajat Kailaashi.
Nandi Bhringi Nritya Karat Hain,
Dharat Dhyaan Sur Sukh Raasi.
महादेव शिव के बारह ज्योतिर्लिंग की एक साथ स्तुति – Dwadash Jyotirling Stotram | द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम्
विडियो
महादेव शिव की स्तुति और आराधना के लिए शीश गंग अर्द्धांग पार्वती (Sheesh Gang Ardhang Parvati) यूट्यूब विडियो निचे दिया हुआ है. प्ले बटन दबाकर इस विडियो को यहीं देख सकतें हैं.
video source – YouTue T-series
शीश गंग अर्द्धांग पार्वती शिव आरती का महत्व (Importance of Sheesh Gang Arddhang Parvati)
- भगवान शिव की आराधना और स्तुति के लिए शीश गंग अर्द्धांग पार्वती एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण शिव आरती या शिव भजन है.
- यह एक बहुत ही सुमधुर और ह्रदय को भक्ति भावना से भर देने वाला शिव आरती है.
- सोमवार को महादेव शिव की आरती के लिए इसका गायन किया जा सकता है.
- श्रावन महीने में शीश गंग अर्द्धांग पार्वती के माध्यम से शिव जी की आरती करना अत्यंत ही शुभ और मंगलकारी होती है.
- महादेव शिव की कृपा पाने के लिए शीश गंग अर्द्धांग पार्वती को ह्रदय से गायन करते हुए शिव की आरती करें.
महादेव शिव की सम्पूर्ण हृदय से आराधना और स्तुति करें.
आप सब अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में अवस्य लिखें.
कुछ अन्य प्रकाशन –
Batuk Bhairav Chalisa | बटुक भैरव चालीसा
Batuk Bhairav Aarti | बटुक भैरव आरती
Shiv Chalisa : शिव चालीसा हिंदी में पाठ करने के लिए सबसे बेस्ट