You are currently viewing गणेश चतुर्थी कब है? Ganesh Chaturthi 2024 Date

गणेश चतुर्थी कब है? Ganesh Chaturthi 2024 Date

भगवान श्री गणेश जी के भक्तों का हमसे यह सवाल रहता है की गणेश चतुर्थी कब है? Ganesh Chaturthi Kab Hai?

इस पोस्ट में हम गणेश चतुर्थी 2024 (Ganesh Chaturthi 2024) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे.

इस पोस्ट में हम जानेंगे गणेश चतुर्थी 2024 में कब है? गणेश चतुर्थी 2024 तारीख, गणेश पूजा का मुहूर्त, विसर्जन की तारीख तथा गणेश चतुर्थी का महत्व आदि.

Read in English

नमस्कार, स्वागत है आपका सोनाटुकु डॉट कॉम पर.

भगवान श्री गणेश जी के जन्म दिन को हम सब गणेश चतुर्थी के रूप में प्रत्येक वर्ष मनाते हैं. गणेश चतुर्थी को गणेश पूजा, गणेश चौथ, विनायक चतुर्थी आदि नामों से भी जाना जाता है.

मिथिलांचल और कुछ अन्य भागों में गणेश चतुर्थी को चौठ चंद्र के रूप में मनाया जाता है.

गणेश चतुर्थी में भगवान श्री गणेश जी की पूजा आराधना करना अत्यंत ही शुभ माना गया है.

भगवान श्री गणेश बुद्धि, समृद्धि, और सौभाग्य के देवता हैं. श्री गणेश जी की जिस पर कृपा हो जाए उसका जीवन धन्य हो जाता है.

सम्पूर्ण भारत में तथा विश्व के अन्य भागों में भी जहाँ भारतीय रहतें हैं, श्री गणेश चतुर्थी का उत्सव अत्यंत ही धूमधाम से मनाया जाता है.

भारत के महाराष्ट्र राज्य में तो गणेश उत्सव का बहुत अधिक महत्व है. महाराष्ट्र में गणेश पूजा या गणेश चतुर्थी का त्यौहार दस दिनों का त्यौहार होता है.

चलिए अब हम साल 2024 में गणेश चतुर्थी कब है? Ganesh Chaturthi Kab Hai? के बारे में जानकारी प्राप्त करतें हैं.

गणेश चतुर्थी कब है? Ganesh Chaturthi 2024 Date

Ganesh Chaturthi Kab Hai?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश भगवान का जन्म हुआ था.

इस कारण से प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी या गणेश पूजा का त्यौहार मनाया जाता है.

आज के कैलेंडर में इसे देखें तो यह अगस्त या सितम्बर महीने में मनाया जाता है.

साल 2024 में गणेश चतुर्थी का त्यौहार 07 सितम्बर 2024, दिन शनिवार को है.

गणेश चतुर्थी कब है? गणेश चतुर्थी 2024 तारीख07 सितम्बर 2024, शनिवार
Ganesh Chaturthi 2024 Date07 September 2024, Saturday

अब हम भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की जानकारी प्राप्त करतें हैं. उसके पश्चात हम पूजा मुहूर्त की जानकारी प्राप्त करेंगे.

भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि

आप सबको बता दें की भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को अत्यंत ही शुभ और पवित्र तिथि मानी गई है.

इस दिन बिघ्नहर्ता, बिघ्न विनाशक, मंगल मूर्ति श्री गणेश जी का जन्म हुआ था.

प्रथम पूज्य श्री गणेश जी की जयंती को हम सब इसी तिथि को गणेश चतुर्थी या गणेश पूजा के रूप में अत्यंत ही श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं.

निचे टेबल में हमने भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के प्रारंभ और समाप्त होने के समय की जानकारी दी हुई है.

भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष चतुर्थी प्रारंभ06 सितम्बर 2024, शुक्रवार
03:01 pm
भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष चतुर्थी समाप्त07 सितम्बर 2024, शनिवार
05:37 pm

चलिए अब हम साल 2024 में गणेश पूजा मुहूर्त के बारे में जानकारी प्राप्त करतें हैं.

गणेश चतुर्थी 2024 गणेश पूजा मुहूर्त (Ganesh Chaturthi 2024 Ganesh Puja Muhurt)

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री गणेश जी का जन्म मध्यान्ह काल में हुआ था. इस कारण से श्री गणेश चतुर्थी उत्सव में गणपति स्थापना और गणपति पूजन के लिए मध्यान्ह के समय को सबसे शुभ मुहूर्त माना गया है.

निचे टेबल में हमने साल 2024 में गणेश चतुर्थी उत्सव की गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त दिया हुआ है.

गणेश चतुर्थी 2024 गणेश पूजा शुभ मुहूर्त07 सितम्बर 2024, शनिवार
11:15 am से 01:30 pm

आपके शहर के अनुसार इस समय में कुछ भिन्नता हो सकती है. कुल मिलाकर यह शुभ समय है. फिर भी आप अपने पुरोहित से इस संबंद्ध में और जानकारी प्राप्त कर सकतें हैं.

अगर कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो रही हो तो आप 11:30 am से लेकर 01:00 pm के बिच गणेश स्थापना और गणेश पूजा आरम्भ कर दें. यह समय भारत के सभी जगहों के लिए शुभ मुहूर्त के रूप में हैं. (हमारी गणना के अनुसार).

गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्र दर्शन क्यों वर्जित है?

धार्मिक मान्यता है की गणेश चतुर्थी के दिन यानी की भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को चन्द्र दर्शन वर्जित है.

अर्थात इस दिन चन्द्र दर्शन (चंद्रमा को देखना) नहीं है.

धार्मिक मान्यता है की अगर भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को चंद्र दर्शन किया जाये तो उस व्यक्ति को मिथ्या कलंक लग जाता है.

चंद्रमा को भगवान श्री गणेश जी के द्वारा श्राप दिया गया है की अगर भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को चन्द्र दर्शन करने वाले को मिथ्या कलंक लगेगा.

भगवान श्री कृष्ण को भी भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को चन्द्र दर्शन करने से मिथ्या कलंक भोगना पड़ा था.

श्री कृष्ण भगवान को भी स्यमन्तक मणि को चुराने का मिथ्या कलंक लगा था.

इस कारण से भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष चतुर्थी अर्थात गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्र दर्शन नहीं करना चाहिए.

अगर किसी को मिथ्या कलंक लग गया हो या फिर उसे गलती से चन्द्र दर्शन हो गया हो तो इस दिन सम्पूर्ण विधि विधान के साथ श्री गणेश जी की पूजा करने के पश्चात हाथ में फल आदि लेकर निचे दिए गए मंत्र का पाठ करना चाहिए.

ॐ सिंहः प्रसेनमवधीत्सिंहो जाम्बवता हतः।
सुकुमारक मारोदीस्तव ह्रस्य स्यमन्तकः॥

गणेश चतुर्थी 2024 वर्जित चन्द्र दर्शन समय

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को चन्द्र दर्शन वर्जित है. निचे टेबल में हमने वर्जित चन्द्र दर्शन का समय दिया हुआ है. चतुर्थी तिथि के प्रारंभ और समाप्त होने के समय की जानकारी हमने ऊपर दी हुई है. आप उस समय को भी ध्यान में रख सकतें हैं.

गणेश चतुर्थी 2024 वर्जित चन्द्र दर्शन समय06 सितम्बर 2024, शुक्रवार से प्रारंभ

Ganesh Chaturthi 2024 Ganesh Visarjan Date

बहुत से जगहों पर ख़ास कर महाराष्ट्र राज्य में गणेश चतुर्थी का त्यौहार दस दिनों तक मनाया जाता है.

साल 2024 में गणेश विसर्जन 17 सितम्बर 2024, दिन मंगलवार को किया जाएगा.

Importance of Ganesh Chaturthi – गणेश चतुर्थी का महत्व

  • भगवान श्री गणेश जी की जयंती को हम सब गणेश चतुर्थी के रूप में प्रत्येक वर्ष सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं.
  • गणेश चतुर्थी को गणेश पूजा, गणेश चौथ, विनायक चतुर्थी आदि नामों से भी जाना जाता है.
  • गणेश चतुर्थी में श्री गणेश भगवान की पूजा और आराधना का विशेष महत्व माना गया है.
  • भगवान श्री गणेश बुद्धि, ज्ञान, उन्नति, शौभाग्य के देवता हैं.
  • भगवान श्री गणेश की आराधना करने से श्री गणेश की परम कृपा की प्राप्ति होती है.
  • समस्त बिघ्न बाधाओं को श्री गणेश भगवान दूर करतें हैं.
  • जीवन में उन्नति का मार्ग प्रशस्त करतें हैं.
  • समस्त शुभ कार्यों और शुभ मनोकामनाओ को भगवान श्री गणेश पूर्ण करतें हैं.
भगवान श्री गणेश की स्तुति का सबसे महत्वपूर्ण उत्सव कौन सा है?

भगवान श्री गणेश की स्तुति का सबसे महत्वपूर्ण उत्सव गणेश चतुर्थी है.

गणेश चतुर्थी का उत्सव कब मनाया जाता है?

भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया जाता है.

गणेश चतुर्थी का उत्सव किस उपलक्ष्य में मनाया जाता है?

धार्मिक मान्यता के अनुसार भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को भगवान श्री गणेश जी का जन्म हुआ था.
श्री गणेश भगवान के जन्म दिन को हम सब गणेश चतुर्थी उत्सव के रूप में मनाते हैं.

गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्र दर्शन क्यों वर्जित माना गया है?

गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्र दर्शन करने से मिथ्या कलंक लगता है. इस कारण से भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि यानी की गणेश चतुर्थी को चन्द्र दर्शन वर्जित माना गया है.
इस संबंद्ध में सम्पूर्ण जानकारी sonatuku.com साईट पर दी हुई है.

इस प्रकाशन में दी हुई जानकारी हमारे हिसाब से सही है. फिर भी आप अपने पंडित, पुरोहित या ज्योतिष से इस संबंद्ध में संपर्क कर सकतें हैं.

कुछ और प्रकाशन –

Ganesh Aarti | गणेश आरती – जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा

Shri Ganesh Chalisa in Hindi – श्री गणेश चालीसा – गणपति चालीसा

Ganesh Chalisa Lyrics Hindi – English गणेश चालीसा लिरिक्स

कुछ अन्य त्योहारों की जानकारी –

आप सभी को सोनाटुकु परिवार की तरफ से गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं.

Nidhi

इस साईट पर प्रकाशित सभी धार्मिक प्रकाशनों को निधि के द्वारा प्रकाशित किया जाता है. निधि त्योहारों, आरती, चालीसा मंत्र स्तोत्र आदि की अच्छी जानकारी रखती है. बहुत धार्मिक मान्याताओं वाली निधि हमारे इस सेगमेंट को अच्छे से देखती है.

Leave a Reply