Hanuman Jayanti – Hanuman Jayanti Kab Hai? हनुमान जयंती – क्या आप जानना चाहतें हैं की इस साल हनुमान जयंती कब मनाई जायेगी? हनुमान जयंती का शुभ दिन और शुभ मुहूर्त क्या है? हनुमान जयंती क्यों मनाई जाती है? हनुमान जयंती का क्या महत्व है? हनुमान जयंती पूजा आदि के बारे में जानकारी, तो आप इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें.
आपके सभी सवालों के जवाब इस पोस्ट में ही दिए हुए है.
तो ह्रदय में सम्पूर्ण भक्ति जागृत करते हुए बोलें – जय हनुमान, जय श्री राम.
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हनुमान जयंती
हनुमान जयंती सभी हनुमान जी के भक्तों के लिए एक बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण दिन होता है.
हनुमान जी के भक्त सम्पूर्ण श्रद्धा के साथ इस दिन का इन्तेज़ार करते रहतें हैं.
हनुमान जयंती प्रत्येक वर्ष चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन श्री हनुमान जी का जन्म हुआ था.
हनुमान जी इस कलयुग में हम सबके रक्षक हैं. उनकी स्तुति करना हम सबके लिए अत्यंत ही आवस्यक जान पड़ता है.
हम सब रोजाना श्री हनुमान जी की आराधना और स्तुति करें.
मंगलवार, हनुमान जी का दिन माना गया है. इस दिन तो हम सबको श्री हनुमान जी की आराधना और स्तुति अवस्य करनी चाहिए.
हनुमान जयंती के दिन भी हम सबको सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए.
श्री हनुमान जी भगवान शिव के ग्यारहवें रूद्र अवतार के रूप में इस धरती पर जन्म लिए थे.
वे आज भी अजर अमर हैं. श्री हनुमान जी अपने सूक्ष्म रूप में इस धरती पर विचरण करते रहतें हैं.
Hanuman Jayanti Kab Hai? हनुमान जयंती कब है?
हनुमान जयंती हर साल चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है.
चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का जन्म हुआ था. इस दिन भगवान शिव ने अपने ग्यारहवें रूद्र अवतार हनुमान जी के रूप में इस धरती पे अवतार लिया था.
हनुमान जयंती 2025 तारीख
साल 2025 में हनुमान जयंती 12 अप्रैल 2025 दिन शनिवार को मनाई जाएगी.
हनुमान जयंती 2025 | 12 अप्रैल 2025, शनिवार |
हनुमान जयंती 2025 शुभ मुहूर्त
जैसा की मैंने आप सब लोगों को बताया की हनुमान जयंती मुख्य रूप से चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है.
तो सबसे पहले हम यह जानेंगे की साल 2025 में चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि कब प्रारंभ हो रही है और कब समाप्त हो रही है.
चैत्र मास पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ | 12 अप्रैल 2025, शनिवार 03:21 ए. एम. |
चैत्र मास पूर्णिमा तिथि समाप्त | 13 अप्रैल 2025, रविवार 05:51 ए. एम. |
हनुमान जयंती 2025 का शुभ मुहूर्त 12 अप्रैल 2025, शनिवार को प्रातः काल में ब्रह्म मुहूर्त में है. आप प्रातः काल में जितनी जल्दी हो सके श्री हनुमान जी की पूजा आराधना कर सकतें हैं.
प्रातः काल में हनुमान जयंती की पूजा करना शुभ है. परन्तु आप पुरे दिन भी श्रद्धा और भक्ति के साथ हनुमान जयंती की पूजा कर सकतें हैं.
संध्या काल में हनुमान जी की आरती अवस्य करें.
हनुमान जयंती क्यों मनाई जाती है?
भगवान श्री विष्णु ने रावण का नाश करने के लिए इस धरती पर श्री राम जी के रूप में अवतार लिया.
उनकी सहायता के लिए भगवान शिव ने भी अपने रूद्र अवतार हनुमान जी के रूप में इस धरती पर अवतार लिया.
हनुमान जी का जन्म चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को हुआ था. इस कारण से प्रत्येक वर्ष हम सब चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती के रूप में मनाते हैं.
आज इस कलयुग में इस धरती पर नकारात्मक शक्तियों की प्रधानता हो गयी है. हनुमान जी की स्तुति करने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है. हनुमान चालीसा के पाठ से चारों और सकारात्मक उर्जा प्रवाहित होने लगती है.
हनुमान जयंती का क्या महत्व है?
जैसा की मैंने आप सब लोगों को बताया की इस कलयुग में हनुमान जी ही हम सबके रक्षक है. वे अजर अमर है. वे अपने सूक्ष्म रूप में इस धरती पर विचरण करते रहतें हैं.
हनुमान जयंती के दिन हम बुद्धि, शक्ति, ज्ञान, भक्ति के दाता श्री हनुमान जी की आराधना करतें हैं. हम उनकी जयंती मनातें हैं.
इस दिन इस धरती पर भगवान श्री हनुमान जे ने जन्म लिया था. हम सब इसी उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष हनुमान जयंती मनाते हैं.
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की आराधना और स्तुति करना अत्यंत ही शुभ होता है.
नकारात्मक शक्तियों के नाश के लिए और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा के लिए हनुमान जयंती मनाना हम सबके लिए आवस्यक है.
इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना अत्यंत ही शुभ है.
समस्त प्रकार के रोगों और कष्टों से मुक्ति के लिए हनुमान जी की स्तुति सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ करें.
हनुमान जयंती हनुमान जी के साधकों के लिए अत्यंत ही पवित्र और महत्वपूर्ण दिन होता है.
श्री हनुमान जी अष्ट सिद्धि और नौ निधि के दाता हैं. हनुमान जी के साधक हनुमान जयंती के दिन उनकी साधना से अष्ट सिद्धि और नौ निधि को प्राप्त करतें हैं.
हनुमान जयंती पूजा
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की पूजा आराधना करना अत्यंत ही शुभ होता है.
समय
हनुमान जयंती पूजा के लिए प्रातः काल गोधुली बेला सबसे उत्तम होती है.
वैसे इस दिन पूर्णिमा तिथि पुरे दिन है. इस कारण से आप सम्पूर्ण दिन में कभी भी हनुमान जयंती की पूजा कर सकतें हैं.
स्थान
हनुमान जयंती की पूजा अगर आप हनुमान जी के मंदिर में जाकर करतें हैं तो यह अत्यंत ही शुभ होता है.
वैसे आप अपने घर में भी पवित्र स्थान जैसे की पूजा घर में हनुमान जयंती की पूजा करें.
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी के साथ प्रभु श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण जी की भी पूजा अर्चना करें.
पूजा विधि
इस दिन सम्पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करें.
अगर आप सक्षम हैं तो आप इस दिन व्रत अवस्य रखें.
प्रातः काल गोधुली बेला में उठ जाएँ और स्नान आदि करके खुद को पवित्र और स्वच्छ कर लें.
लाल वस्त्र पहनना अत्यंत ही शुभ माना गया है.
उसके पश्चात पूर्व दिशा की और मुंह करके बैठें.
अपने सामने आसन पर श्री राम, लक्ष्मण, माता सीता और हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करें.
हो सके तो किसी चौकी पर इन्हें आसीन करें.
हनुमान जी के लिए लाल आसन शुभ होता है.
उसके पश्चात सर्वप्रथम प्रभु श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण की पूजा आराधना करें.
पुष्प, पुष्प माला, धुप दीप, चन्दन, सिंदूर आदि अर्पित करें, नैवेद्द अर्पित करें.
उसके पश्चात हनुमान जी की पूजा शुरू करें.
हनुमान जी को चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर पैरों से शुरू करके उपर की और जाते हुए हनुमान जी को इसका लेप करें.
धुप दीप दिखाएँ.
हनुमान जी को लाल पुष्प, पुष्प माला अर्पित करें.
अगर लाल कनेल का फूल उपलब्द्ध हो तो हनुमान जी को अर्पित करें.
फिर हनुमान जी को नैवेद्द अर्पित करें. आप चने गुड़, लड्डू आदि का भोग हनुमान जी को लगा सकतें हैं.
फिर आप हनुमान चालीसा और सुन्दरकाण्ड का पाठ करें.
उसके पश्चात आप पहले प्रभु श्री राम जी की आरती करें और फिर हनुमान जी की आरती करें.
इस तरह से आप हनुमान जी की सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजन करने के पश्चात अपने अपराधों के लिए क्षमा याचना करें. और अपनी समस्त शुभ मनोकामनाओं को हनुमान जी से कहें.
सायं काल में भी फिर से हनुमान जी की स्तुति करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें.
फिर आप हनुमान जी की आरती करें.
हनुमान जी की कृपा आप पर बनी रहेगी.
हनुमान जयंती विडियो
हनुमान जयंती से संबंद्धित कुछ यूट्यूब विडियो निचे दिए गए हैं. आप इन विडियो को देखें.
आप अपने विचार हमें कमेंट के माध्यम से अवस्य लिखें.
चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती मनाई जाती है.
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