Ratha Saptami 2025 – रथ सप्तमी 2025 से संबंद्धित सम्पूर्ण जानकारी हमने यहाँ प्रकाशित की है. रथ सप्तमी कब है? तारीख, रथ सप्तमी का क्या महत्व है? रथ सप्तमी को अन्य किन नामो से जाना जाता है? आदि.
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रथ सप्तमी 2025 – रथ सप्तमी को सूर्य जयंती, अचला सप्तमी और माघ सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है.
This festival is also known as Surya Jayanti, Achala Saptami, Magha saptami.
रथ सप्तमी जिसे हम सब सूर्य जयंती के नाम से जानतें हैं एक अत्यंत ही पवित्र और पावन दिन है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना और सूर्य देव को अर्घ्य देना अत्यंत ही शुभ और मंगलकारी माना गया है.
मान्यताओं के अनुसार रथ सप्तमी के दिन ही सूर्य देव का जन्म हुआ था. इस कारण से इसे सूर्य जयंती भी कहा जाता है और हम सब इस दिन सूर्य देव की जयंती मनाते हैं.
सूर्य जयंती के दिन सूर्य देव की आराधना और स्तुति करने के साथ साथ सूर्य देव की अर्घ्य अर्पण करना भी बहुत ही शुभ माना गया है.
चलिए अब हम सब रथ सप्तमी 2025 (Ratha Saptami 2025) और सूर्य जयंती 2025 (Surya Jayanti 2025)के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेतें हैं.
Ratha saptami 2025 – रथ सप्तमी कब है?
माघ महीने की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को सूर्य जयंती, रथ सप्तमी या अचला सप्तमी का त्यौहार मनाया जाता है.
इस दिन मुख्य रूप से सूर्य देव को समर्पित व्रत किया जाता है.
साल 2025 में रथ सप्तमी 04 फ़रवरी 2025, दिन मंगलवार को है.
रथ सप्तमी 2025 तारीख सूर्य जयंती 2025 तारीख अचला सप्तमी 2025 तारीख | 04 फ़रवरी 2025, मंगलवार |
Ratha Saptami 2025 Date Surya Jayanti 2025 Date Achala Saptami 2025 Date | 04 February 2025, Tuesday |
अब हम सब माघ महीने की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के प्रारंभ और समाप्त होने के समय के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेतें हैं.
माघ शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि की जानकारी
चूँकि सूर्य जयंती और रथ सप्तमी का व्रत माघ महीने की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को किया जाता है. इस कारण से हम सबको माघ शुक्ल सप्तमी तिथि के बारे में जानकारी प्राप्त करना अत्यंत ही आवस्यक है.
माघ शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि प्रारंभ | 04 फ़रवरी 2025, मंगलवार 04:37 am |
माघ शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि समाप्त | 05 फ़रवरी 2025, बुधवार 02:30 am |
माघी सप्तमी स्नान मुहूर्त
04 फ़रवरी 2025, मंगलवार को प्रातः काल में पवित्र नदियों में स्नान करना अत्यंत ही शुभ है. साथ ही भगवान श्री सूर्य देव भाष्कर को अर्घ्य अर्पण करना अत्यंत ही शुभ माना गया है.
यहाँ हमने माघी सप्तमी के दिन स्नान का शुभ मुहूर्त दिया हुआ है.
माघी सप्तमी 2025 स्नान मुहूर्त | 04 फ़रवरी 2025, मंगलवार 05:23 am – 07:08 am |
रथ सप्तमी का महत्व (Importance of Ratha Saptami)
- रथ सप्तमी का दिन भगवान सूर्य देव का जन्म दिन माना गया है. इस कारण से से इस दिन सूर्य देव जी की जयंती मनाई जाती है.
- यह दिन अत्यंत ही पवित्र और शुभ दिन माना गया है.
- इस दिन को सूर्य देव को समर्पित किया गया है.
- सूर्य देव की आराधना और स्तुति करना रथ सप्तमी के दिन बहुत ही मंगलकारी माना गया है.
- इस दिन व्रत करना भी बहुत ही शुभ माना गया है.
- साथ ही रथ सप्तमी के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने के पश्चात सूर्य देव को अर्घ्य अर्पण करना भी बहुत ही शुभ माना गया है.
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य जयंती के दिन सूर्य देव की आराधना करने, पवित्र नदियों में स्नान करने और सूर्य देव को अर्घ्य अर्पण करने से मनुष्य को उत्तम स्वास्थ्य, जीवन में सफलता, धन वैभव में बढ़ोतरी आदि की प्राप्ति होती है.
- रथ सप्तमी के दिन दान पूण्य करना भी बहुत ही शुभ फलदायक माना गया है.
- रथ सप्तमी को आरोग्य सप्तमी भी कहा जाता है.
- मान्यता के अनुसार इस दिन सभी नियमों का पालन करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य अर्पण करने से शारीरिक रोगों और कष्टों से मुक्ति मिल जाती है.
रथ सप्तमी के बारे में कुछ जानकारी
रथ सप्तमी के दिन हो सके तो व्रत अवस्य रखें. पवित्र नदियों में स्नान अवस्य करें. साथ ही इस दिन सूर्य देव को सूर्य मन्त्र का जाप करते हुए अर्घ्य अर्पण करें. सूर्य देव को धुप दीप दिखाएँ.
इससे आपको सूर्य देव की परम कृपा की प्राप्ति होगी और आरोग्य की प्राप्ति होगी.
माघ महीने की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को सूर्य जयंती मनाई जाती है.
सूर्य जयंती को रथ सप्तमी, आरोग्य सप्तमी, माघ सप्तमी और अचला सप्तमी आदि नामो से जाना जाता है.
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